अविश्वसनीय वैज्ञानिकों ने सुनी ब्रह्मांड की आवाज universe sound

एक ऐसी अविश्वसनीय बात जिसने वैज्ञानिकों को दुबारे सोचने पर मजबूर कर दिया कारण है एक ऐसी यूनिवर्स साउंड जिसको वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड की आवाज बताया जिसको नाम दिया गया है universe sound

अविश्वसनीय वैज्ञानिकों ने सुनी ब्रह्मांड की आवाज  universe  sound
Humming sound of universe

शुरू से ही वैज्ञानिकों को हमारे ब्रह्मांड बारे में जानने के लिए अति उत्सुकता है उसके लिए वह निरंतर कोशिश करते रहते हैं जैसा कि पता है हमारा ब्रह्मांड अति विशाल है इसके विस्तार के बारे में बात करें तो यह बिलियंस ऑफ लाइट ईयर (billions of light year) तक फैला हुआ है। जहां तक मनुष्य का सवाल है लाइट ईयर(speed of light travelled in one year) एक ऐसी गणना है जिसके साथ चलना मनुष्य के लिए बिल्कुल असंभव है।

जैसे आप सभी लोगों को पता है हमारा ब्रह्मांड (Universe) ऐसे ऐसी अनसुलझे  रहस्यों का खजाना है, जिनके बारे में आज तक दुनिया भर के वैज्ञानिक (Scientist) बहुत कम जान पाए हैं. हालांकि दुनिया भर के वैज्ञानिक निरंतर कुछ रहस्यों के बारे में जानने में उन्हें कामयाबी भी हासिल होती है. 

सबसे बड़ी कोशिश वैज्ञानिकों की यही रहती है कि बाहरी दुनिया के जीवो से वह कांटेक्ट कर सके । आपको बता दें कि हाल ही में वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड से कुछ ऐसी रहस्यमय आवाजें (Humming Sound Of The Universe) सुनाई दी हैं, जो ‘हम्म्म्म’ की ध्वनि के जैसी हैं. हालांकि यह ध्वनि नहीं है क्योंकि अंतरिक्ष में ध्वनि (Universe Sound) के पैदा होने के लिए वहां कोई मीडियम मौजूद नहीं है.

जाहिर है कि यह ध्वनि नहीं है क्योंकि स्पेस में ध्वनि (Sound In Space) के पैदा होने के लिए कोई परफेक्ट मीडियम भी तो होना चाहिए जो वहां मौजूद नहीं है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह सिग्नल गुरुत्वाकर्षण तरंगों (Gravitational Waves) के कारण पैदा हो सकता है.

अमेरिकी नैनो हर्ट्ज ऑब्जर्वेटरी फॉर ग्रेविटेशनल वेव्स (NANOGrav) द्वारा लगाया गया है। उनकी रिसर्च ने बताया है कि यह यूनिवर्स में अविश्वसनीय तरीके से अगर कोई बड़ी गैलेक्सी दूसरी गैलेक्सी से टकराती है तो यह एक ऐसी ग्रेविटेशनल तरंग बनाती है जो पूरे ब्रह्मांड में फैल जाती है इसी की वजह से यह हमिंग साउंड हमारे सेंसर ने रिकॉर्ड करी है

वैज्ञानिकों को ये सिग्नल पूरे ऑब्जर्वेशन के दौरान मिले हैं. इसलिए वैज्ञानिकों को अभी और स्टडी किया जाना बाकी है ताकि जाना जा सके कि यह आवाज की उत्पत्ति कहां से  हुई है.

वैसे इससे पहले वैज्ञानिकों को एक sonification तकनीक से किसी भी  image डाटा को ध्वनि तरगों के रूप में उत्पन्न करने कि काबलियत आ चुकी है। जो ना सिर्फ सुनने में अच्छी लगती है बल्कि बहुत भयानक भी है जिसने विज्ञानी को को अचंभित कर दिया है

इससे पहले नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने सूर्य की आवाज को रिकॉर्ड किया था. नासा ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी.