धरती से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर पहली बार मरती हुई दिखी कोई आकाशगंगा death of galaxy ID2299

NASA के वैज्ञानिकों ने इस मरती हुई आकाशगंगा का नाम गैलक्सी ID2299 (Galaxy ID2299) रखा है. ब्रिटेन के डरहम विश्वविद्यालय (university)और फ्रांस के सेश्ले न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर(NRC) के प्रमुख शोधकर्ता ने कहा कि यह पहली बार है जब हमने दूर अपने ब्रह्मांड में एक विशिष्ट विशाल तारा बनाने वाली आकाशगंगा को मरते हुए देखा है। हम इस आकाशगंगा के बारे में और अधिक अध्ययन कर रहे हैं।

धरती से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर पहली बार मरती हुई दिखी कोई आकाशगंगा  death of galaxy ID2299
धरती से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर पहली बार मरती हुई दिखी कोई आकाशगंगा  death of galaxy ID2299
धरती से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर पहली बार मरती हुई दिखी कोई आकाशगंगा  death of galaxy ID2299
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धरती से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर पहली बार मरती हुई दिखी कोई आकाशगंगा  death of galaxy ID2299
धरती से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर पहली बार मरती हुई दिखी कोई आकाशगंगा  death of galaxy ID2299

NASA के वैज्ञानिकों ने इस मरती हुई आकाशगंगा का नाम गैलक्सी ID2299 (Galaxy  ID2299) रखा है. ब्रिटेन के डरहम विश्वविद्यालय (university)और फ्रांस के सेश्ले न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर(NRC)  के प्रमुख शोधकर्ता ने कहा कि यह पहली बार है जब हमने दूर अपने ब्रह्मांड में एक विशिष्ट विशाल तारा बनाने वाली आकाशगंगा को मरते हुए देखा है। हम इस आकाशगंगा के बारे में और  अधिक अध्ययन कर रहे हैं।

शोध केंद्र के वैज्ञानिकों ने पहली बार ऐसी आकाशगंगा खोजी है, जो धीरे-धीरे खत्म हो रही है। 

यह धरती से 9 अरब प्रकाशवर्ष दूर है।खगोलविदों ने पृथ्वी से नौ अरब प्रकाश वर्ष दूर धीरे-धीरे मर रही एक आकाशगंगा का पता अपनी लेटेस्ट अटाकामा लार्ज मिलिमीटर / सबमिलिमीटर एरे (एएलएमए) टेलिस्कोप के जरिए लगाया है।

वैज्ञानिक ने बताया की इस आकाशगंगा में नए तारे बनाने वाली गैस और ऊर्जा धीरे-धीरे खत्म हो रही है। इसे वैज्ञानिक भाषा में  गैलेक्सी डेथ (death of galaxy) कहा जाता है। वैज्ञानिकों का मत है कि इसमें तारे अब भी बन रहे हैं, लेकिन संख्या कम हो गई है।

अब आपको बता दें कि आकाशगंगा की कैसे होती है मौत - 

वैज्ञानिकों के मुताबिक जब किसी आकाशगंगा में नए तारों का निर्माण रूक जाता है और  तारों को बनाने वाली समाग्री जैसे गैस और ईंधन खत्म हो जाता है तो इससे उनकी मौत हो जाती है। रिपोर्ट के अनुसार, ID2299 आकाशगंगा वर्तमान में हर साल लगभग 10,000 सूर्य के बराबर बनाने की सामग्री को ठंडे गैस के फूवारे  यानी जेट स्ट्रीम्स के रूप में बाहर निकाल रही है। ऐसा अनुमान है कि वर्तमान में इस आकाशगंगा ने अपनी कुल ठंडी गैस का 46 प्रतिशत भाग लगभग खो दिया है। जो इसके अंत कि ओर जाने को दर्शाता है।

ऐसा नहीं है कि यह कुछ साल में खत्म होगा।पर अब भी कई लाख साल का जीवन  इस आकाशगंगा का बाकी है।
इस आकाशगंगा में अभी भी नए तारों का निर्माण हो रहा है, लेकिन उनकी संख्या बहुत कम हैै या ना के बराबर है।

आशका जताई जा रही है कि नए तारे बनने के कारण इस आकाशगंगा का ईंधन जल्द ही खत्म हो जाएगा। ऐसे में आकाशगंगा शेष बची ठंडी गैसों का तेजी से प्रयोग करेगा। जिसके बाद इस आकाशगंगा की कुछ लाख साल बाद मौत हो जाएगी। वैसे आकाशगंगाओं की उम्र खरबों साल होती है। 

आपको बता दें इससे पहले केवल मृत आकाशगंगाओं का अवलोकन और अध्ययन ही किया गया था।

गैलक्सी (आकाशगंगा) का अंत ना केवल अपने मैटर खत्म होने के कारण होता है बल्कि आकाशगंगा के आपसी टकराव के कारण भी होता है जिसे हम आकाशगंगा का विलय भी कहते है । ऐसे बहुत सारी इमेजेस Hubble telescope से लिए गए है जो गैलक्सी के विलय को दिखाते है।